जाली में फसा लडकी का पैर ,काफी मशक्कत के बाद निकाला गया, चौथ माता ट्रस्ट ने लगवाई है जाली


कस्बे में चौथ माता सरोवर की पाल पर जाने वाली सीढ़ियों के शुरू में लगाई जालियों में शुक्रवार को एक नौ - दस वर्षीय लड़की की का पैर फस गया। इसके बाद आसपास के लोगों की सहायता से परिजनों ने बड़ी मुश्किल से लड़की के पैर को बाहर निकाला। पूरे घटनाक्रम के दौरान वहां बहुत भीड़ जमा हो गई। लगभग आधे घंटे बाद लड़की के पेड़ को बाहर निकाल लिया गया
गौरतलब है कि चौथ माता मंदिर जाने के लिए चौथ माता सरोवर की पाल पर होकर जाना पड़ता है। इस चौथ माता सरोवर की पाल पर जो सीढ़ियां शुरू हो रही है उनसे पहले चौथ माता ट्रस्ट की तरफ से जालियां लगाई गयी है ताकि आवारा पशु सीढियों पर नहीं चढ सके। लेकिन ऐसा करने से ना तो कभी आवारा पशुओं को रोकने में मदद मिल पाई है और ना ही इन जालियों की वजह से कुछ फायदा हो पाया है।क्योंकि यह जालियां गोल पाइपों से बनी हुई है जिसके चलते कई बार बुजुर्ग श्रद्धालु इन पर फिसल जाते हैं और उन्हें चलने में काफी तकलीफ होती है ।इसके साथ साथ कई बार श्रद्धालुओं के मोबाइल भी जालियों के बीच स्थित खाली स्थान में गिर चुके हैं। कई बार बच्चों के पैर बीच में फस चुके हैं। इसके चलते शुक्रवार को एक बार फिर एक लड़की का पेर इन जालियों के बीच फंस गया। हालांकि एक बार तो गैस कटर मंगाने की नौबत तक आ गई लेकिन उसके बाद काफी मशक्कत करने के चलते बिना गैस कटर की सहायता से लड़की की पैर को बाहर निकाल लिया गया। यदि इन जालियों को हटाकर उनके स्थान पर बारीक जालियां लगा दी जाए या फिर गोल जालियों के स्थान पर चौकोर तथा कम रिक्त स्थान वाली जालियां लगा दी जाए तो इस परेशानी से काफी हद तक निजात मिल सकती है। और चौथ माता के आने वाले बुजुर्ग व अन्य श्रद्धालुओं को भी फायदा हो सकता है।

No comments:

Powered by Blogger.