लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पूरी चौथ माता ट्रस्ट धर्मशाला अधिग्रहित,66 कमरों की ली चाबी,लोंगो में आक्रोश,




आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर गुरुवार 25 अप्रैल को प्रशासन द्वारा पूरी चौथ माता ट्रस्ट धर्मशाला का अधिग्रहण कर लिया गया।इस घटना से पूरा कस्बा स्तब्ध है।हांलाकि प्रशासन ने कहा कि जितनी आवश्यकता होगी एक बार में उतने ही कमरे उपयोग मे लिए जायेंगे।बाकि रहे कमरों का चौथ माता के आने वाले श्रद्धालु उपयोग कर सकते है।

 कस्बे में स्थित चौथमाता ट्रस्ट धर्मशाला को चुनावों का लेकर अधिकग्रहण करने से पूरा कस्बा अंचभित है। इस मामले को लेकर गुरूवार शाम को एसडीएम के रीडर व अन्य कर्मचारियों ने चौथमाता ट्रस्ट के कर्मचारियों से पूरी धर्मशाला को खाली कर सभी कमरों की चाबी उन्हे देने की बात से हड़कंप मच गया। चौथमाता ट्रस्ट का कहना था कि प्रशासन को जितनी जरूरत होती है। उसी के अनुसार कमरें दिए जाते है, लेकिन यह पहली बार है। जब पूरी धर्मशाला को चुनावों के तहत
अधिग्रहण करने की बात कही जा रही है।

कस्बे में चौथमाता का प्रसिद्व मंदिर होने से यहां पर रोजाना बड़ी संख्या में भक्त आते है। ऐसे में भक्त चौथमाता ट्रस्ट धर्मशाला में रूकते है। चुनावों के दौरान हर बार ट्रस्ट की धर्मशाला में दस से बीस कमरे ही प्रशासन लेता है तथा इतनी ही आवश्यकता भी होती है। इसने आलावा छात्रावास व विधालयों में भी व्यवस्था की जाती है। गुरूवार शाम को प्रशासन के एक आदेश ने पूरे कस्बे में सनसनी फैला दी। चौथमाता ट्रस्ट के मेनेजर राम अवतार गुर्जर ने बताया कि शाम करीब छह बजे एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी अजय सोनी, मनोज शर्मा आये और बताया की पूरी धर्मशाला के कमरों की चाबी चुनाव हेतु दी जाए। यह पूरी धर्मशाला प्रशासन ने चुनाव के लिए अधिग्रहण कर ली है। चौथमाता ट्रस्ट के कर्मचारियों ने 66 कमरों की चाबी मौके पर आए कर्मचारियों को दे दी तथा कहा कि अन्य कमरों को भी खाली करवाकर प्रशासन को दे दिया जाएगा। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर प्रशासन इतने कमरों का करेगा क्या। हर बार चुनावों में दस से बीस कमरें चुनाव के समय आवश्यता होती है तथा अब अचानक से इतने कमरों की आवश्यकता क्यों पड़ गई। कस्बेवासियों में नाराजगी- इस मामले को लेकर कस्बे के लोगों में नाराजगी है। कस्बे के लोगों का कहना है कि हर बार चुनाव होते है तथा हर बार जितनी आवश्यकताहोती है। उतनी व्यवस्था कर दी जाती है। ऐसे में माता के आने वाले भक्त भी परेशान नहीं होते है तथा चुनाव का कार्य भी आसानी से निबट जाता है। ऐसे में इस बार अचानक से ऐसा होना लोगों की समझ में नहीं आ रहा है।

इनका कहना है   -
रामअवतारगुर्जर, मेनेजर, ट्रस्ट- एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी धर्मशाला में आकर पूरी धर्मशाला के कमरों की चाबी मांगी है। हमारे पास वर्तमान में 66 कमरें खाली थी। जिनकी चाबी कर्मचारियों को दे दी गई है। बाद में कमरे खाली होने पर अन्य कमरों की भी दे दी जाएंगी। इस दौरान धर्मशाला में तहसीलदार रमेश जाटव भी मौजूद थे। उन्हे भी इस मामले को लेकर अवगत कराया गया है।

 राहुल सैनी, एसडीएम- चुनावों के तहत धर्मशाला सहित छः स्थानों को भी अधिग्रहित किया गया है। मेने गुरूवार को कर्मचारियों से यह कहा था कि जितने कमरों की आवश्यकता है। उतने कमरों की चाबी ले ली जाए।

 एसपी सिंह, कलेक्टर- चुनावों के दौरान धर्मशालाओं व अन्य स्थानों पर कर्मचारियों व सुरक्षा जवानो की व्यवस्था की जाती है। धर्मशालाओं में जितने कमरों की आवश्यकता है। उतनी ही लिए जायेंगे इस मामले में एसडीएम से बात कर मामले की जानकारी लूंगा।

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